प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गरीब परिवार महिलाओं के लिए सहूलियत-भरी सौगात की तरह है। इस योजना ने महिलाओं को चूल्हे के धुएं और आंसुओं से छुटकारा दिला दिया है। गरियाबंद जिले में भी गरीब परिवार की 82 हजार 200 से अधिक महिलाओं के घर में गैस कनेक्शन लगाया (इंस्टाल) जा चुका है।
गरियाबंद जिले में अब तक करीब 86 हजार गैस कनेक्शन का रिफिलिंग किया गया है। गैस चूल्हे का उपयोग करने के बाद गांव की महिलाएं इसका महत्व जान चुकी है। बारिश के मौसम में इसकी उपयोगिता और अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि इस मौसम में गीले-भीगे लकड़ी-छेने से आसानी से चुल्हा नहीं जलता। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत जिले मार्च 2019 तक 1 लाख 19 हजार 453 गैस कनेक्शन का वितरण का लक्ष्य दिया गया है। आवेदकों से प्राप्त आवेदनों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सतत रूप से गैस कनेक्शन वितरित किया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 1 अप्रेल 2016 से लागू है। इस योजना में डबल बर्नर गैस चुल्हा, एक घरेलू गैस सिलेण्डर (14.2 किलो ग्राम) भरा हुआ, रेग्युलेटर एवं गैस पाईप निःशुल्क प्रदान किया जाता है। पहले योजना में सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के अन्तर्गत चयनित परिवार की महिला मुखिया, जिसकी की उम्र 18 वर्ष से कम नहीं होना चाहिए तथा परिवार को पहले से गैस कनेक्शन प्राप्त नहीं होना चाहिए, ऐसी महिला को पात्रता श्रेणी में शामिल किया गया था।
केन्द्र सरकार ने मार्च 2018 में उज्ज्वला योजना का विस्तार कर हितग्राहियों की पात्रता के अंतर्गत सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के परिवार, प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) के हितग्राही, अंत्योदय अन्न योजना के लाभार्थी परिवार, वन में निवास करने वाले परिवार, अत्यंत पिछडे़ वर्ग के परिवार आदि को शामिल किया है।